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न्यूज़ और गॉसिप

भारत के कुछ महान नेताओं पर बनीं फिल्मों की एक झलक

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भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ पर कोई भी राजनीतिक पार्टी और उसके अपने नेता हुआ करे हैं। जिनको चुननें का काम  हमारे देश की जनता अपने बहुमूल्य मत के अधिकार से कर उनको प्रधानमंत्री बनाती है। भारत ने आज़ादी से लेकर आज तक जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गाँधी, अटल विहारी वाजपेयी जैसे महान नेताओं को जन्म दिया है। आज आज़ादी के 72  वर्षों में भारत में कुल 14  प्रधानमंत्री बनें जिन्होंने देश की प्रगति के लिए बहुत से योगदान दिए। आज के दौर में जब इतिहास दोहराया जा रहा है तब किसी के बारें में किसको क्या जानकारी किसको पता है। नेता ही नहीं बल्कि किसी भी विषय को आज के दौर के यूवा को शायद ही पता होती। लेकिन आज सिनेमा जिस तरह से कुछ ऐसे नेता और महान लोगों के महान कार्यों को जीवंत करनें का काम कर रहा है, यह सराहनीय है।

आज बायोपिक फिल्मों का दौर बढ़ा है जहाँ पर कुछ बड़ी-बड़ी फ़िल्में जो लोगों को काफी प्रभावित करती हैं। आज के इस नए दौर में राजनितिक फ़िल्में लोगों को काफी भा रही हैं । जिसमें कुछ राजनितिक फ़िल्में और कुछ ऐसी फ़िल्में जो पूर्ण रूप से  महान नेता पर आधारित हो रही है। कहीं न कहीं सिनेमा और राजनीति का दायरा आपस में बढ़ता जा रहा है। ऐसे ही हम कुछ अच्छे नेताओं पर बनीं फिल्मों से आप को रूबरू करते हैं। ये कुछ ऐसी फ़िल्में हैं जो भारत के प्रधानमंत्रियों पर आधारित हैं किसी भी राजनितिक कारणों से उनको विवादों सा सामना करना पड़ा है।

1 .1972  फिल्म आंधी:-

गुलज़ार द्वारा निर्देशित यह फिल्म पूर्ण रूप से राजनीतिक ड्रामा फिल्म थी। फिल्म के मुख्य भूमिका में संजीव कुमार और सुचित्रा सेन को फिल्माया गया था। उस समय यह आरोप लगाया गया था कि यह फिल्म तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के जीवन और उनके पति के साथ उनके संबंधों पर आधारित थी।  जब श्रीमती गांधी सत्ता में थीं तब फिल्म को पूर्ण रूप से रिलीज़ की अनुमति नहीं थी। फ़िल्म को रिलीज़ होने के कुछ महीनों बाद 1975 में राष्ट्रीय आपातकाल के दौरान प्रतिबंधित कर दिया गया था।

2 .1982 फिल्म नेहरु:-

श्याम बेनेगल के निर्देशन में बनी यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु पर आधारित थी। इससे पहले श्याम बेनेगल ने अंकुर, हिशांत और ज़ुबिदा जैसे फिल्मों में अपना जौहर दिखा चुके थें। यह फिल्म 1983  में भारत और सोविअत संग को देखते हुये बेनेगल के द्वारा चित्रण किया गया था । यह फिल्म एक तरह से राजनितिक है। इस फिल्म से इतिहास को आप देख सकते हैं।  क्यों की इस फिल्म ने नेहरू की भूमिकाएं देखाई गयी हैं।

3 .2019  द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर:-

यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह पर आधारित है। इस फिल्म को प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार रहे संजय बारू के द्वारा लिखी उनकी किताब पर आधारित है। यह फिल्म सबसे ज्यादा विवादास्पद फिल्मों में से एक है। खास कर इस फिल्म को लेकर कांग्रेस पार्टी ने विरोध जताया है। पार्टी  का कहना है कि यह एक राजनितिक स्टंट है। इस फिल्म के ज़रियें कांग्रेस पार्टी को बदनाम करनें की साज़िस की जा रही है ताकि 2019  का चुनाव फिर से जीता जा सके। इस फिल्म की मुख्य भूमिका में अनुपम खेर हैं।

4 .पीएम नरेंद्र मोदी:-

2019 में यह राजनितिक फिल्मों का एक डबल धमाका है जो एक राजनितिक पंच हो सकता है। जिस पर लोगों की अपनी प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गयी हैं। लेकिन अभी इस फिल्म का पोस्टर ही दर्शकों को देखनें को मिला है। फिल्म कैसी है अभी इसका अंदाज़ा लगाना काफी अशंभव माना जा सकता है। इस फिल्म के मुख्य किरदार विवेक ओबरॉय निभा रहे हैं।  इसमें इनका किरदार पूर्ण रूप से मोदी लुक में नज़र आ रहा हैं।

यह तो तय है कि भारत में राजनितिक फिल्मों का दौर काफी धडल्ले से चलता आ रहा है लेकिन यह जानना संभव है की जो फ़िल्में हमें देखाई जा रही हैं। वह हमें कितना प्रभावित कर रही हैं।  दूसरी तरफ  हमारें माननीय नेताओं और उनकी अपनी राष्ट्र हित में क्या भूमिकाएं हैं ।

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