Connect with us
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

टीवी

इंटरनेट को भी नहीं भायी करण की ‘कड़वी कॉफी’

Published

on

This article is also available in: English (English)

‘कॉफी विद करण’ का विवादित एपिसोड इंटरनेट से हटा लिया गया है। हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के चर्चित चेहरे हार्दिक पांड्या और के.एल राहुल ने करण जौहर के शो ‘कॉफी विद करण’ में महिलाओं को लेकर कुछ आपत्तिजनक बयान दिया था, जिसके बाद से सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हो रही है। पिछले कुछ दिनों से इस एपिसोड का वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो रहा था। विवाद को बढ़ता देख आज इस एपिसोड को इंटरनेट से हटा लिया गया है। अब इस एपिसोड के री-टेलिकास्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

इंटरनेट से इस एपिसोड के गायब होने के बाद सोशल पर लोगों ने ‘कॉफी विद करण’ एपिसोड को कड़वी कॉफी करार दिया। बता दें कि हार्दिक पांड्या के इस शो में महिलाओं को लेकर दिए बयान के बाद से उन्हें महिला विरोधी बताकर खूब ट्रोल किया गया। विवाद बढ़ते देख हार्दिक ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर इसपर सभी से माफ़ी मांगी। हार्दिक ने कहा कि उनका मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था। शो के हिसाब से पूछे गए सवालों का उन्होंने केवल जवाब दिया था, उनका किसीका अपमान करने का इरादा नहीं था।

‘कॉफी विद करण’ शो में करण संग हार्दिक और राहुल

‘कॉफी विद करण’ के इस विवादित एपिसोड को हो सकता है बीसीसीआई के दबाव में हटाया गया हो, लेकिन इतना तो तय है कि भारतीय टीम की प्रतिष्ठा को देखते हुए ही यह फैसला लिया गया होगा। फ़िलहाल हार्दिक और राहुल यही प्रार्थना करते होंगे कि बीसीसीआई और प्रशासनिक कमिटी उनके खिलाफ कोई कड़ा एक्शन न ले। बता दें कि बीसीसीआई और प्रशासनिक समिति के अधिकारी, इन खिलाड़ियों के सार्वजनिक शो में दिए गए इसप्रकार के ओछे बयान से काफी खफा हैं और वह इन दोनों खिलाड़ियों के खिलाफ कोई कड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रहे हैं।

इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने भी इस पूरे मसले से टीम को अलग कर लिया है। उन्होंने मीडिया के सामने आकर साफ़ कहा है कि इस प्रकार के बयानों से टीम इत्तेफ़ाक़ नहीं रखती। विराट के अलावा बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष ने भी प्रशासनिक समिति से पूछा है कि क्या हार्दिक और राहुल ने ऐसे कार्यक्रम में जाने से पहले समिति से अनुमति ली थी। फ़िलहाल परिस्थिति तो इन दोनों खिलाड़ियों के पक्ष में नहीं नजर आती, हालाँकि इस पर बीसीसीआई का निणर्य अहम होगा। इस विवादित मसले पर आपकी राय क्या है? आप अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर जरूर बताएं।

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
>