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ऑस्कर 2019: गुनीत मोंगा और रायका ज़ेहतबची की फिल्म ‘पीरियड.एन्ड ऑफ़ सेंटेंस ‘ ने दर्ज की बादशाहत
Published
5 years agoon
By
शैलेश कुमारThis article is also available in: English (English)
इन दिनों मनोरंजन की दुनिया में ऑस्कर की चर्चाए खूब जोरों से चल रही है। जिसमें बड़ी-बड़ी फिल्मों को अवार्ड मिल रहा है। वहीँ ‘पीरियड’ एक ऐसी फिल्म जिसे आँस्कर के लिए सर्वश्रेस्ट शार्ट फिल्म का अवार्ड दिया गया है। पीरियड नाम तो लोगों के ज़हन में मानों एक वीमारी सी लगती है। वहीँ इस विषय पर बनी फिल्म ने ऑस्कर में अपना नाम दर्ज़ कर लिया है। इस अवार्ड को लेकर फिल्म निर्माताओं में काफी खुशी दिखी है और फिल्म निर्माताओं ने ट्विटर के ज़रिये अपनी खुशी ज़ाहिर की है। इस फिल्म के प्रोड्यूसर ‘गुनीत मोंगा’ और डायरेक्टर ‘रायका ज़ेहतबची’ हैं।
फिल्म की कहानी :
फिल्म भारत के एक महत्वपूर्ण मुद्दों पर आधारित है। दरअशल यह फिल्म पीरियड को लेकर बनाया गया है। फिल्म ‘पीरियड एन्ड ऑफ़ सेंटेंस’ की चर्चा इन दिनों काफी ज़ोरों से चल रही हैं क्यों कि इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ शार्ट फिल्म के तौर पर ऑस्कर में अपनीं जगह बनाई है। दरअशल फिल्म की कहानी भारत के छोटे गावों पर आधारित हैं फिल्म का शुरूआती चैप्टर में गांव की कुछ लड़कियों से पीरियड नाम के सवाल से किया जाता है कि पीरियड क्या होता है। लाज़मीन है कि ग्रामीण जगहों पर ऐसा सवाल किसी भी लड़की के लिए नागवारा लगेगा ही यह सवाल सुन लड़किया भौचक्की रह जाती है। उन्हें लगता है की यह कैसा सवाल है। कुछ लोग इसको वीमारी का नाम देते हैं वो कहतें हैं कि यह एक वीमारी है जो महिलाओं को ही होती है।
मुद्दा यह है कि जब हमारे देश में महिलाओं को दुर्गा का दर्जा दिया जाता तो उन्हे पीरियड के दौरान मंदिरों में जानें से क्यों इंकार किया जाता हैं। फिल्म भी इसी जैसी कुछ मुद्दों को परभाषित करती है। फिल्म निर्माता और निर्देशक इस फिल्म की सक्सेज को लेकर काफी ज्यादा उत्साहित हैं। गुनीत मोंगा ने अपनी खुशी जताते हुए महिलाओं को देवी का दर्ज़ा दिया। ‘रायका ज़ेहतबची’ कहते हैं कि गुनीत मोंगा इस साल के ऑस्कर में भारत के एकमात्र प्रतिनिधि हैं और उन्होंने सर्वश्रेष्ठ लघु वृत्तचित्र श्रेणी में जीत हासिल कर इसे बड़ा बना दिया है।