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पुलवामा हमला: पाकिस्तान पर भारी पड़ेंगे बॉलीवुड फिल्मों के ये 21 डायलॉग

Published
5 years agoon
By
सुनील यादव
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के करीब एक सप्ताह बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने लाइव आकर इस मसले पर अपनी बात रखी। अपने बयान में पाक पीएम ने कहा कि भारत अगर हमला करेगा, तो उसका जवाब पाकिस्तान भी देगा। पाक पीएम के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें खूब ट्रोल किया जाने लगा, कुछ लोगों ने बॉलीवुड हिंदी फिल्मों के डायलॉग के साथ पाकिस्तान को चेतावनी दी। इसी कड़ी में हम आज उन बॉलीवुड फिल्मों के कुछ चुनिंदा डायलॉग्स को आप सभी से रूबरू करवा रहे हैं, जिन्हे सुनकर हमेशा पाकिस्तान तिलमिला जाता है।
सरबजीत: आप लोगों को बस पीठ पर वार करना आता है पर हम हिन्दुस्तानियों ने कभी पीठ दिखाना सीखा ही नहीं है।
गदर: अशरफ अली! तुम्हारा पाकिस्तान जिंदाबाद है इसमें हमें कोई एतराज नहीं, लेकिन हमारा हिंदुस्तान ज़िंदाबाद था, ज़िंदाबाद है और ज़िंदाबाद रहेगा।
गदर: दुनिया जानती है कि बंटवारे के वक़्त हम लोगों ने आप लोगों को 65 करोड़ रुपये दिए थे, तब जाकर आपके सर पर तिरपाल आई थी, बरसात से बचने की हैसियत नहीं और गोलीबारी की बात करते हो।
गदर: बाप-बाप होता है और बेटा-बेटा…मतलब! मतलब ये कि तुम्हारा पाकिस्तान निकला तो हिंदुस्तान में से ही है।
बॉर्डर: वो कहते हैं कि वह नाश्ता जैसलमेर में करेंगे, आज नाश्ता हम उनका करेंगे। गुरु महाराज ने कहा है कि एक खालसा सवा लाख के बराबर होता है, आज उनकी बात सच कर दिखाने का वक़्त आ गया है।
पुकार: ये वीर शिवाजी, राणा प्रताप जैसे बहादुरों की सरजमीं है, जिसे भगत सिंह, आज़ाद और अशफाक उल्ला खान ने अपने खून से सींचा है। हमें कोई तोड़ नहीं सकता, हम हिंदुस्तानी एक हैं और एक ही रहेंगे और देश के हर एक दुश्मन को मिलकर मारेंगे।
पुकार: भीख में मिली रोटी और दान में मिले हथियार लेकर इतने बड़े-बड़े दावे अच्छे नहीं लगते। इतना सा देश न्यूक्लियर बम क्या बना लिया, अपने आप को बहुत ताकतवर समझने लगे। हमारा हर जवान एक न्यूक्लियर बम है। ये तो हमारी शराफत है कि हम लाइन ऑफ़ कंट्रोल क्रॉस नहीं करते। जिस दिन भारत माँ की जय बोलकर अंदर घुस गए, खींच-खींच कर मारेंगे, बुर्का पहन के तो लड़ते हो, बुर्का पहन कर.. अरे मर्द हो तो खुलकर सामने आओ और जंग का एलान करो.. सात दिन का खेल है सात दिन का.. आठवें दिन तुम्हारे मुल्क का निशान इस दुनिया से मिटा देंगे।
माँ तुझे सलाम: तुम दूध मांगोगे हम खीर देंगे, तुम कश्मीर मांगोगे हम चीर देंगे।
माँ तुझे सलाम: गुलमश्तान! दुनिया में ऐसा कोई मुल्क ही नहीं है, जो हिंदुस्तान के दो टुकड़े कर सके।
ज़मीन: भीख में मिले देश और दान में मिले हथियारों के दम पर इतना भौंकना ठीक नहीं। कायरों की तरह मंदिरों और मस्जिदों में घुसकर औरतों और बच्चों को मारते हो, अब तक ज़िंदा हो क्योंकि हमारी सरकार ने हमें रोक रखा है। जिस दिन जंग का एलान हो गया, अंदर घुस कर मारेंगे। हमारा एक-एक जवान तुम्हारी नपुंसक फ़ौज पर भारी पड़ेगा।
बेबी: मिल जाते हैं कुछ ऑफिसर हम में थोड़े पागल, थोड़े अड़ियल, जिनके दिमाग में सिर्फ देश और देशभक्ति घूमती रहती है..ये देश के लिए मरना नहीं चाहते, बल्कि जीना चाहते हैं..ताकि आखिरी साँस तक देश की रक्षा कर सके।
बेबी: रिलीजन वाला कॉलम जो होता है, उसमें हम बोल्ड और कैपिटल में इंडियन लिखते हैं।
हॉलिडे: हजारों को मिटाने का इरादा रखने वाले जब वो टेरेरिस्ट अपनी जान दे सकते हैं, तो हम रक्षा करने वाले नहीं दे सकते?
सरफ़रोश: गुलफाम हसन! बंटवारा हमारे लिए भी कोई ख़ुशी का दिन नहीं था..हम उसे एक दर्दनाक हादसे की तरह..एक सदमें की तरह याद करते हैं, लेकिन जब भी हम उस सदमे से उभरने की कोशिश करते हैं..तुम और तुम्हारे साथी नया बखेड़ा खड़ा कर देते हो..पुराने घाव को फिर हरा कर देते हो।
सरफ़रोश: किस कौम की बात कर रहे हो गुलफाम हसन! और तुम्हारी कौन सी कौम..अगर तुम मुसलमानों की बात कर रहे हो तो पाकिस्तान से ज्यादा मुसलमान तो यहाँ हिंदुस्तान में हैं..तुम्हारी भेजी गोलियां किसी का धर्म पूछकर उसे नहीं मारती.. तुम्हारी गोलियों से मुसलमान भी मारे जाते हैं और तुम्हारी हरकतों से वो बदनाम भी होते हैं.. खून-खराबा फैलाकर तुम अपनी कौम की कोई मदद नहीं कर रहे हो गुलफाम.. तुम्हारा ये कौम की बात करना एक ढोंग है.. तुम जैसे लोग किसी के सगे नहीं होते।
फैंटम: जो बड़े सबसे बड़े टेरेरिस्ट पाकिस्तान में बैठे हैं.. उन्हें कभी सजा नहीं मिलेगी। देखो धनियाल, हम पाकिस्तान के लोगों पर अटैक नहीं कर रहे .. हम सिर्फ उन टेरेरिस्ट को खत्म करना चाह रहे हैं… अमेरिका ने जैसे ओसामा को अंदर घुसकर मारा था… तो ये काम हम क्यों नहीं कर सकते… उनके घर में घुस कर मारेंगे।
शौर्य: बॉर्डर पर मरने से ज्यादा बड़ा नशा कोई नहीं होता।
लक्ष्य: ये इंडियन आर्मी है, हम दुश्मनों में भी एक शराफत रखते हैं।
उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक: पाकिस्तान जो भाषा समझता है, उसी भाषा में पाकिस्तान को समझाने का समय आ गया है।
उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक: ये हिंदुस्तान अब चुप नहीं बैठेगा, ये नया हिंदुस्तान है..ये घर में घुसेगा भी और मारेगा भी।
उरी-द सर्जिकल स्ट्राइक: वक़्त आ गया है खून का बदला खून से लेने का.. उन्हें कश्मीर चाहिए और हमें उनका सिर।
ज़ाहिर है कि ये महज डायलॉग्स हैं, लेकिन सीमा पर भारतीय सैनिक रोजाना इससे कहीं ज्यादा अपनी बंदूकों से आग उगलते हैं। इसी प्रकार की मजेदार फ़िल्मी खबरों को पढ़ने के लिए हमारे चैनल सिनेब्लिट्ज़ हिंदी के साथ जुड़े रहें।
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