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ट्रेलर्स

धार्मिक ग्रंथों से ओत-प्रोत है फिल्म “नक्काश”

अल्लाह और भगवान् के प्रेम को दर्शाता है फिल्म का ट्रेलर

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भारत एक ऐसा देश जहाँ पर धार्मिकता को लेकर लोग कुछ भी कर गुजरनें को तैयार रहते हैं। भारत में धर्म और जाति के नाम पर विवाद आम बात है। यह फिल्म कुछ इसी मुद्दें को बयान करती नज़र आ रही है। इस फिल्म का निर्देशन ज़ैगम इमाम कर रहे हैं। अभी इसका ट्रेलर दर्शकों के बीच आ चुका है। इस फिल्म के मुख्य भूमिका में इनामुलहक़, शरीब हाशमी सहित निर्माता पंकज तिवारी, गोविन्द गोयल और ज़ैगम इमाम को भी देखा जा सकता है।

इस फिल्म के ट्रेलर को देख ऐसा लगता है, कि मानों फिल्म यह सन्देश देना चाहती है कि एक दूसरे के बीच की दुश्मनी को छोड़ो और आपस में प्यार का माहौल पैदा करो। इस फिल्म का एक और ऐसा सन्देश है, कि भगवन और अल्लाह एक हैं। ट्रेलर के अंत में एक बच्चा अपने पिता से सवाल करता है कि भगवन कौन हैं, तो पिता ने जवाब दिया कि अल्लाह के दोस्त हैं। वैसे यह कोई शब्द नहीं हैं । हमें लगता है की अपने देश में ऐसा ही माहौल होना चाहिए जहाँ पर सभी जाती और धर्म, महिला और पुरुष को एक सामानता से देखा जाना चाहिए किसी के प्रति कोई बैर नहीं होना चाहिए।

 

फिल्म की कहनीं

नक्काश फिल्म एक ऐसे कलाकार की कहनीं है जिसका नाम अल्ला रक्खा सिद्दीकी है। यह एक मुस्लिम व्यक्ति है जो मंदिर में नक्कासी और भगवन की मूर्तियों पर काम करता है । उसके समाज के लोग उनकों बड़ी ही उपेक्षित नज़रों से देखते है। ऐसा इस लिए कि वह एक मंदिर में काम रहता था कि भगवान और अल्लाह भाई-भाई हैं। उनका एक बच्चा भी है, जिसका नाम मोहम्मद है। मोहम्मद पढाई करना चाहता है, लेकिन कोई भी मदरसा उसे प्रवेश नहीं देता है। इसका कारण यह था, कि उसके पिता मंदिर में नक्काशी का काम करते थे और हिन्दुओं की सेवा भी करते थे। अल्ला रक्खा का एक दोस्त है जिसका नाम हैं समद है समद अपने दोस्त का साथ देता है। समद एक रिक्शा चलता है। समद का एक उद्देश्य है कि वह अपने पिता को हज पर भेजना चाहता है।

 

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