Connect with us
Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement

ट्रेंडिंग

देश नहीं आतंक के खिलाफ है युद्ध -रवीना टंडन

Published

on

This article is also available in: English (English)

पीओके में भारतीय एयरफोर्स की बमबारी के बाद से भारत और पाकिस्तान की सीमाओं पर युद्ध का माहौल पसरा है। पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा पुलवामा हमले से शुरू हुई इस कहानी का अंत क्या होगा यह कोई नहीं जानता, लेकिन सीमा पार से दोनों ही देशों के लोग आतंक का सफाया चाहते हैं, न कि दो देशों के बीच युद्ध। इसी कड़ी में बॉलीवुड के कुछ दिग्गज हस्तियों ने भी पाकिस्तान द्वारा लगातार की जा रही दहशतगर्दी की कड़ी निंदा की है। एक ओर जहाँ सारा विश्व आतंक के खिलाफ एक साथ खड़ा नज़र आता है, वहीँ पाकिस्तान समेत कुछ ऐसे भी देश हैं, जो इसे बढ़ावा देने से नहीं चूक रहे हैं। भारत द्वारा आतंक के खिलाफ की गई एयर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पाकिस्तान भी सीमापार से हवाई हमले की तैयारी कर रहा है। जिसको देखते अभिनेत्री रवीना टंडन ने भी सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसकी कड़ी निंदा की है।

रवीना ने अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट कर दोनों देशों के बीच बन रहे युद्ध के माहौल पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “युद्ध और आतंक में फर्क है, युद्ध आतंक के खिलाफ है, न कि किसी देश के खिलाफ। कुछ मुर्ख लोग आतंकियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, क्यों नहीं सभी देश एक साथ आकर आतंक के खिलाफ लड़ते? जब बेगुनाह लोग मारे जाते हैं, तो उन आतंकियों को वह मिल जाता है, जो वह चाहते हैं।” रवीना टंडन के अनुसार, आतंक के खिलाफ लड़ने के बजाय कुछ देश आपस में लड़ रहे हैं। इससे बेगुनाहों की भी जान जा रही है और आतंकी आराम से खुली साँस ले रहे हैं। आखिर ऐसे कबतक चलता रहेगा, आतंक के खिलाफ सभी देश एक साथ आएंगे, तभी इसका खात्मा हो सकता है।

बता दें कि 14 फरवरी वैलेंटाइन डे के दिन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने भारतीय जवानों पर हमला क्या था, जिसमें 40 से अधिक जवान शहीद हुए। पुलवामा हमले के 12 दिनों बाद भारत ने भी जवाबी हमला किया, जिसमें आतंकियों के कई गढ़ नष्ट किये गए और इस बीच 300 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया। इस जवाबी हमले के बाद पाकिस्तानी सरकार में अफरा-तफरी मच गई। इसके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने सामने आकर बातचीत की पेशकश की है। हालाँकि वह दो-मुही बात कर रहे हैं। पाकिस्तानी सिनेमाघरों से भारतीय फ़िल्में भी हटा दी गई हैं। पाकिस्तानी सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय फिल्मों को बैन करने का निर्णय लिया है। ऐसे में सोचने वाली बात ये है कि यह आतंक के खिलाफ लड़ाई है या फिर भारत-पाकिस्तान के बीच?

Advertisement
Advertisement
Advertisement
Advertisement
>